राजस्थान में हनुमान बेनीवाल जो एमपी पार्टी में है वह समर्थन कर रहे हैं इस चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को। एमपी हनुमान बेनीवाल यह ऐलान कर चुका है कि उसको ही समर्थन करेगा। इस मुद्दे को लोकसभा में लगातार उठाया जाएगा। उनकी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेगी। बेनीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी राजस्थान में विपक्ष की भूमिका निभा रही है। ऐसे में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेगी। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के 3 विधायक है। राज्यसभा इलेक्शन में हनुमान बेनीवाल ने भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा का समर्थन किया था। हालांकि, सुभाष चंद्रा को राज्यसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
अग्निपथ का विरोध जारी रहेगा
बेनीवाल ने कहा कि मोदी सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध जारी रहेगा। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल राजस्थान में जन सरोकारों से जुड़े मुद्दों को लेकर काफी मुखर रहते हैं। कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधत रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2018 में आरएलपी और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन बाद में 3 कृषि कानूनों के विरोध में हनुमान बेनीवाल ने भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था। बेनीवाल सीएम अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर मिलीभगत के आरोप लगाते रहे हैं।
बीटीपी ने नहीं खोले पत्ते
उल्लेखनीय है कि एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। द्रौपदी मुर्मू के जीत के प्रबल आसर बन रहे हैं। कोई बड़ा सियासी उलटफेर नहीं हुआ तो द्रौपदी मुर्मू आसानी से जीत जाएंगी। विपक्ष ने पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद क लिए उम्मीदवार बनाया है। यशवंत सिन्हा ने हाल ही में जयपुर का दौरा कर राजनीतिक दलों से समर्थन मांगा था। हालांकि, बीटीपी पार्टी ने समर्थन देने पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। बीटीपी के दो विधायक है।